कोरोनावायरस की दहशत सिर्फ आम जनता ही नहीं सरकारी ऑफिसों में भी देखने को मिल रही है। पुलिस ऑफिस समेत कई सरकारी कार्यालयों में बायोमैट्रिक हाजिरी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बायोमैट्रिक मशीनों पर बकायदा नोटिस चस्पा की गई है कि कोरोना वायरस को देखते हुए बायोमैट्रिक हाजिरी कुछ दिनों के लिए प्रतिबंधित है। वर्तमान में कर्मचारियों की उपस्थिति व अनुपस्थिति रजिस्टर के माध्यम से दर्ज की जा रही है।
कोरोनावायरस को लेकर पूरा देश अलर्ट पर चल रहा है। आजमगढ़ जिले में अभी इसके दस्तक की कोई पुष्टि नहीं है, फिर भी आम जनता में हड़कंप मचा है। वहीं अब सरकारी कार्यालयों में भी दहशत का माहौल देखने को मिल रहा है। जिसकी शुरूआत एसपी कार्यालय से हुई है।
एसपी ऑफिस के बाहर ही कर्मचारियों की हाजिरी दर्ज करने के लिए लगे बायोमैट्रिक मशीन को बंद कर दिया है। इस पर नोटिस चस्पा की गई है कि कोरोनावायरस के प्रभाव को देखते हुए सतर्कता के तहत बायोमैट्रिक मशीन के प्रयोग पर रोक लगा दी गई है। बायोमैट्रिक के बजाए कर्मचारियों की उपस्थिति व अनुपस्थिति पुराने ढर्रे पर रजिस्टर में दर्ज करने की कवायद शुरू करा दी गई है।
बायोमैट्रिक के स्थान पर पुलिस कर्मियों की हाजिरी रजिस्टर पर शुक्रवार से की जाने लगी है। बायोमैट्रिक मशीन बंद किए जाने और उस पर सूचना चस्पा होते ही कोरोना की दहशत पुलिस ऑफिस में नजर आने लगी है। एसपी ऑफिस ही नहीं कई स्कूलों व अन्य सरकारी कार्यालयों में भी बायोमैट्रिक मशीन से हाजिरी पर प्रतिबंध लग गया है। आने वाले दिनों में अन्य सरकारी कार्यालयों में भी ऐसा होने की संभावना जतायी जा रही है।
एसपी आजमगढ़ त्रिवेणी सिंह ने बताया कि बायोमैट्रिक मशीन पर हाजिरी सिर्फ एहतियात के तौर पर ही प्रतिबंधित की गई है। कोरोना वायरस पर लगाम के तहत यह कवायद हुई है। इससे दहशत फैलाने जैसी कोई बात नहीं है, सिर्फ सतर्कता ही मुख्य उद्देश्य है।
एसपी आजमगढ़ त्रिवेणी सिंह ने बताया कि बायोमैट्रिक मशीन पर हाजिरी सिर्फ एहतियात के तौर पर ही प्रतिबंधित की गई है। कोरोना वायरस पर लगाम के तहत यह कवायद हुई है। इससे दहशत फैलाने जैसी कोई बात नहीं है, सिर्फ सतर्कता ही मुख्य उद्देश्य है।